Sahitya ka Lok Ang: Lecture by Shivmurti

भारतीय भाषा कार्यक्रम, सीएसडीएस द्वारा आयोजित

प्रतिमान व्याख्यान में आपका स्वागत है

साहित्य का लोक अंग

वक्ता  : शिवमूर्ति                      

अध्यक्षता  : महमूद फ़ारूक़ी

मंगलवार 01 अक्टूबर, 2024, शाम 4:30 बजे

व्याख्यान सेमिनार रूम तथा Zoom पर भी होगा.

Link: https://bit.ly/4edNs1R

Meeting ID: 870 5238 5858

Passcode: csdsdelhi

लोकप्रिय कथाकार शिवमूर्ति के हालिया प्रकाशित उपन्यास अगम बहै दरियाव में अवधी लोक संस्कृति अपने समस्त वितान और तमाम सामाजिक आवेगों-संवेगों के साथ मौजूद है। उन्होंने कई मौक़ों पर कहा है कि उन्हें लोकगीत और लोककथाएँ बहुत बड़ी संख्या में ज़बानी याद हैं। यह आयोजन एक अवसर है कि वे हमें अपनी उस दुनिया में गहरे उतारें, बीच-बीच में यह समझाते हुए कि औपन्यासिक आख्यान में इन उद्धरणों के ज़रिए वे क्या कुछ हासिल कर पाए हैं।

शिवमूर्ति जी केसर कस्तूरी, कुच्ची का क़ानून जैसे कहानी संग्रहों और त्रिशूल, तर्पण आदि उपन्यासों के ख्यात लेखक हैं. कहानी तिरिया चरित्तर और उपन्यास तर्पण पर फ़िल्में बनीं.

महमूद फ़ारूक़ी फ़िल्मकार, इतिहासकार और दास्तानगो हैं.