Itihas, Sahitya, Atit-Charcha: Lecture by Hitendra Patel

भारतीय भाषा कार्यक्रम, सीएसडीएस द्वारा आयोजित 

प्रतिमान-व्याख्यान शृंखला में आपका स्वागत है

इतिहास, साहित्य, अतीत-चर्चा 

राजनीतिक उपन्यास और आधुनिक भारत का ऐतिहासिक यथार्थ 

वक्ता: हितेंद्र पटेल

अध्यक्षता: प्रभात कुमार

शुक्रवार 17 जून, 2022, शाम 4 बजे

व्याख्यान Zoom पर होगा. 

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भारत के स्वाधीनता आंदोलन और राष्ट्र निर्माण के राजनीतिक इतिहास में 'इंडियन आइडियॉलज़ी' का प्रभाव रहा है जिसमें गांधी, नेहरू, कांग्रेस नेतृत्व और अहिंसात्मक आंदोलन को केंद्र में रखा गया है। लेकिन हिंदी के राजनीतिक उपन्यासों में वर्णित राजनीतिक इतिहास के आधार पर ध्यान देने से यह कहा जा सकता है कि 1920 से 1962 के इतिहास में ऐसे बहुत सारे हिस्से हैं जिसकी इंडियन आइडियॉलज़ी ने अनदेखी की है। उन छुपे हुए इतिहासों को सामने रखे बिना उस काल के जटिल और बहुस्तरीय ऐतिहासिक यथार्थ को समग्रता में समझना मुमकिन नहीं। इस बातचीत में राजनीतिक इतिहास लेखन में राजनीतिक उपन्यासों को इतिहास लेखन के स्रोत के रूप में देखने की प्रविधि पर भी संक्षिप्त चर्चा करने का प्रयास होगा।

हितेंद्र पटेल बहुभाषी इतिहासकार हैं और रबीन्द्र भारती विश्वविद्यालय, कोलकाता में प्रोफ़ेसर है। अपनी हालिया किताब आधुनिक भारत का ऐतिहासिक यथार्थ (राजकमल, 2022) उन्होंने भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान, शिमला के फेलो रहते हुए लिखी है। अंग्रेज़ी, हिंदी और बांग्ला भाषाओं में उपलब्ध उनके शोध लेख और पुस्तकों की फ़ेहरिस्त लम्बी है।  

प्रभात कुमार सीएसडीएस में असिस्टेंट प्रोफ़ेसर हैं.