Indian Languages and the Question of Democracy: Lecture by Rahul Dev

सीएसडीएस लोकतंत्र संवाद व्याख्यान माला

भारतीय भाषाएँ और लोकतंत्र

वक्ता : राहुल देव  

अध्यक्षता : अभय कुमार दुबे 

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सी एस डी एस लोकतंत्र संवाद : लोकतंत्र के भागीदार उसे हर दिन परिभाषित करते हैं । यह प्रक्रिया विभिन्‍न स्‍तरों पर जारी रहती है । नयी प्रोद्यौगिकी, मास-मीडिया, सरकारों पर राष्‍ट्रेतर प्रभाव, विभिन्‍न स्‍थानिकताओं के पुनर्विन्‍यास और पर्यावरण-रूपांतरण जनित आशंकाओं के चलते केवल राजनीति का नज़ारा ही नहीं, बल्कि लोकतंत्र की समूची पारिस्थितिकी भी बदलती जा रही है। इन बदलावों से कुछ ऐसे सवाल उभरे हैं जो अवधारणा और व्‍यवहार के स्‍तर पर ज़्यादा साफ़ व्‍याख्‍या की मांग करते हैं । 

व्याख्‍यान की यह शृंखला लोकतंत्र के सिद्धांतकारों-अकादमीय विद्वानों, पब्लिक इंटेलेक्चुअलों, पत्रकारों एवं शोधकर्ताओं के अलावा कार्यकर्ताओं, सांसदों एवं नीति-निर्माताओं को हमारे समय की उभरती चुनौतियों तथा लोकतंत्र की दशा-दिशा पर खुले संवाद के लिए आमंत्रित करती है । 

परिचय: राहुल देव ४० वर्षों से पत्रकारिता कर रहे हैं । उन्होंने दैनिक दि पायनियर, इलस्ट्रेटेड वीकली तथा दि वीक में काम करने के बाद माया से १९८६ में हिन्दी पत्रकारिता में प्रवेश किया । वे जनसत्ता के संपादक, आज समाज और इंडिया न्यूज के प्रधान संपादक रहे हैं । आजतक से टीवी पत्रकारिता की शुरुआत करके उन्होंने दूरदर्शन न्यूज़, ज़ी न्यूज़, जनमत में एंकर तथा अन्य शीर्ष जिम्मेदारियां निभाईं । सीएनबीसी के प्रधान संपादक व मुख्य कार्यकारी अधिकारी रहे । अपनी संस्था सम्यक् न्यास के माध्यम से वे कई राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं के साथ काम करते रहे हैं । वे २०१५ से २०१९ तक लोकसभा अध्यक्ष द्वारा गठित अध्यक्षीय शोध कदम के मानद सलाहकार रहे हैं । उन्हें २०१७ में राष्ट्रपति द्वारा गणेश शंकर विद्यार्थी पत्रकारिता पुरस्कार प्रदान किया गया है ।

अभय कुमार दुबे, सीएसडीएस में प्रोफ़ेसर तथा पीठ के भारतीय भाषा कार्यक्रम के निदेशक हैं ।

2 March 2021, 4 pm, Zoom http://bit.ly/37HON0y